THE INDIATIMES 24 NEWS DESK/ VISHNU AGARWAL JOURNALIST/27.12.2024
Rajasthan New Districts News: राजस्थान की भजनलाल कैबिनेट का बड़ा फैसला सामने आया है. जिसमें उन्होंने ऐलान किया है कि पहले की गहलोत सरकार में बने नए जिले और नए संभाग नहीं रहेंगे. राजस्थान में अब केवल 41 जिले रहेंगे. सरकार ने गहलोत राज में बने 17 जिलों में से 9 जिलों को रद्द कर दिया है और 8 जिलों को रहने दिया है.जानें कौन से जिले रद्द हुएकैबिनेट बैठक के बाद CMO में चल रही मंत्रिपरिषद की बैठक में इस बात की जानकारी दी गई है. प्रदेश में बने नए जिलों में बालोतरा, कोटपूतली बहरोड़, खैरतल तिजारा, सलूम्बर सहित 8 जिले यथावत रहेंगे और दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, अनूपगढ़, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण और सांचौर जिले को हटा दिया गया है.
Rajasthan New Districts News: राजस्थान की भजनलाल कैबिनेट का बड़ा फैसला सामने आया है. जिसमें उन्होंने ऐलान किया है कि पहले की गहलोत सरकार में बने नए जिले और नए संभाग नहीं रहेंगे. राजस्थान में अब केवल 41 जिले रहेंगे. सरकार ने गहलोत राज में बने 17 जिलों में से 9 जिलों को रद्द कर दिया है और 8 जिलों को रहने दिया है.जानें कौन से जिले रद्द हुएकैबिनेट बैठक के बाद CMO में चल रही मंत्रिपरिषद की बैठक में इस बात की जानकारी दी गई है. प्रदेश में बने नए जिलों में बालोतरा, कोटपूतली बहरोड़, खैरतल तिजारा, सलूम्बर सहित 8 जिले यथावत रहेंगे और दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, अनूपगढ़, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण और सांचौर जिले को हटा दिया गया है. राजस्थान में अब रहेंगे केवल 41 जिलेकैबिनेट बैठक के बाद पीसी में मंत्री जोगाराम पटेल ने बताया कि राजस्थान 1956 में बना. इसके बाद से लंबे समय तक हमारे यहां 26 जिले थे. इसके बाद 7 और नए जिले बने. लेकिन पूर्ववर्ती सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम समय में 17 नए जिले और तीन संभाग घोषित किए. वहीं आचार संहिता की घोषणा से तुरंत पहले पूर्ववर्ती सरकार ने नए जिलों की घोषणा की थी. मंत्री ने कहा कि 67 साल में 7 नए जिले बनते हैं.नए संभाग भी रद्द हुएतो एक हफ्ते में 17 नए जिले बनाना कही से उचित नहीं है. जो नए जिले और जो तीन संभाग बने हैं. वो ठीक नहीं है, उसे हम खत्म करते हैं. अब सरकार सीकर,पाली और बांसवाड़ा संभाग को रद्द कर दिया है. राजस्थान में कुल 7 संभाग और 41 जिले ही रहेंगे. गहलोत सरकार ने पहले 33 जिलों से प्रदेश में 50 जिले कर दिए थे, लेकिन भजनलाल सरकार ने अब उनको 41 कर दिया है और नए संभाग भी हटा दिए है. सरकार के इस फैसले के बाद पूरे प्रदेश की जनता में हलचल मच गई है.