मणिपुर में बिगड़ते हालात देख अमित शाह चुनावी रैली रद्द कर लौटे दिल्ली, किया सिक्योरिटी रिव्यू, बुलाई उच्च स्तरीय बैठक
विक्रांत सिंह Experience JOURNALIST 17.11.024
मणिपुर में बिगड़ते हालात देख अमित शाह चुनावी रैली रद्द कर लौटे दिल्ली, किया सिक्योरिटी रिव्यू, बुलाई उच्च स्तरीय बैठक
दिल्ली: मणिपुर में भड़की हिंसा को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र में अपनी रविवार-सोमवार को चुनावी रैलियां रद्द कर दीं। वह रविवार सुबह दिल्ली आ गए। यहां आकर उन्होंने मणिपुर के हालातों को लेकर अधिकारियों के साथ सिक्योरिटी रिव्यू किया। सोमवार को भी मणिपुर मामले को लेकर गृह मंत्री शाह ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। जिसमें मणिपुर में बिगड़ते हालातों को काबू में करने और अन्य जरूरी कदम उठाए जाने पर विस्तार से विचार किया जाएगा।
NIA ने भी मणिपुर पुलिस से तीन केस टेकओवर किएमामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने भी मणिपुर पुलिस से तीन केस टेकओवर कर लिए हैं। इनमें 11 नवंबर को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए 10 संदिग्ध उग्रवादी, एक महिला के साथ बलात्कार और उन्हें जलाकर मार देने वाला मामला और तीसरा कुछ घर जलाए गए जिसके बाद दो शव बरामद किए गए। इन तीन मामलों को एनआईए ने मणिपुर पुलिस से टेकओवर कर लिया। मामले में कुकी ग्रुप आईटीएलएफ और आईएनपीआई इस एनकाउंटर को फर्जी बता रहे हैं। इसे लेकर 10 संदिग्ध उग्रवादियों के शवों को हुए पोस्टमार्टम के बाद कुकी समुदाय ने इन 10 शवों के उस समय तक अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया है। जब तक की इनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिलती। कुकी ने धमकी दी है कि अगर उन्हें रिपोर्ट नहीं मिली तो वह इन शवों के स्थानीय स्तर पर फिर से पोस्टमार्टम कराएंगे। एक और कुकी का शव रविवार सुबह बरामद किया गया। वह शनिवार से लापता थे।मणिपुर में सीआरपीएफ की 15 और कंपनी रवानादूसरी तरफ हालात संभालने के लिए सीआरपीएफ के डीजी अनीश दयाल सिंह को भी मणिपुर जाना पड़ा है। वह रविवार को मणिपुर पहुंच गए। कुछ दिन पहले ही मणिपुर में हालात संभालने के लिए सीआरपीएफ की 15 और कंपनियों को भेजा गया था। हालात और बिगड़े तो मणिपुर में और केंद्रीय सशस्त्र बलों को भेजा जा सकता है।मणिपुर में इंटरनेट सेवा भी रोक दी गईदूसरी तरफ, 11 नवंबर से लापता छह मैतेई महिलाओं और बच्चों में से 15 नवंबर को तीन, 16 नवंबर को एक और रविवार सुबह ढाई साल के एक बच्चे का शव बरामद किए गए। 25 साल की छठी महिला की भी हत्या करने की आशंका है। उनकी तलाश की जा रही है। लापता मैतेई महिलाओं और बच्चों के शव मिलने से शनिवार को मणिपुर में हिंसा भड़क उठी। गुस्साए लोगों ने तीन मंत्रियों और छह विधायकों के घरों पर धावा बोल दिया था। आग लगाने और तोड़फोड़ की भी कोशिश की गई। हालात काबू से बाहर होते देख मणिपुर में प्रभावित तमाम इलाकों में इंटरनेट सेवा भी रोक दी गई हैं।इससे पहले सरकार ने मणिपुर के हिंसा प्रभावित जिरीबाम समेत पांच जिलों के छह पुलिस थाना इलाकों को ‘अशांत क्षेत्र’ घोषित कर यहां शांति बनाए रखने के लिए तत्काल प्रभाव से सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां), अधिनियम (अफस्पा) 1958 की धारा-3 के तहत लागू कर दिया था। जिसका विरोध भी किया जा रहा है।