अर्पिता गुप्ता Journalist/DAILY INDIATIMES/09 अगस्त 2025

सोशल मीडिया ने रचा करिश्मा: 17 साल बाद मां-बेटी का हुआ भावुक मिलन, गले लगते ही फूट-फूटकर रो पड़ी बेटीभगवान के घर देर है अंधेर नहीं। इसका एक उदाहरण राजस्थान से सामने आया है। यूपी में एक बेटी अपनी मां से 17 साल पहले बिछड़ गई। उत्तरप्रदेश, हरियाणा और राजस्थान पुलिस ने जगह-जगह तलाश की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसी बीच 17 साल बाद सोशल मीडिया ने कमाल कर दिखाया और बिछड़ी हुई मां को उसकी बेटी और परिवार से मिलवा दिया। जानते है इतने साल तक मां कहां और किसके पास थी।
भरतपुर: कहते हैं वक्त सब कुछ भुला देता है, पर मां-बेटी का रिश्ता वक्त की जंजीरों से भी ज्यादा मजबूत होता है। कुछ ऐसा ही करिश्मा हुआ भरतपुर के ‘अपना घर आश्रम’ में, जहां 17 साल बाद बिछुड़ी मां अपनी बेटी से मिली तो वहां मौजूद हर आंख नम हो गई। बेटी मां को देखते ही लिपटकर रो पड़ी, और मां की आंखों से भी खुशी के आंसू छलक पड़े। ये भावुक पल उस समय सामने आया जब सोशल मीडिया के जरिए एक वीडियो ने वर्षों से बिछुड़े रिश्ते को फिर से जोड़ दिया। जिस मां को परिवार ने मृत मान लिया था, वही अब जिंदा और सामने खड़ी थी

बीकानेर से भरतपुर तक भटकती रही मांघर से निकलने के बाद रानी बीकानेर पहुंच गईं। उनकी मानसिक हालत को देखते हुए उन्हें नारी निकेतन में शरण दी गई। वहां से 2018 में उन्हें इलाज के लिए भरतपुर के अपना घर आश्रम भेजा गया। यहीं से शुरू हुआ उनकी जिंदगी का दूसरा अध्याय।
3 साल की थी बेटी, जब मां चली गई थीइस सच्ची कहानी की नायिका हैं रानी, जो उत्तर प्रदेश के झांसी जिले की रहने वाली हैं। मानसिक अवसाद के चलते 17 साल पहले वे अपने घर से निकल गई थीं। उस वक्त उनकी बेटी महज तीन-चार साल की थी। परिवार ने हर जगह तलाश की- राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा… पर कोई सुराग नहीं मिला। आखिरकार सबने मान लिया कि रानी अब इस दुनिया में नहीं रहीं।
सोशल मीडिया बना मसीहा, रिश्तेदार ने वीडियो में पहचानी मांकहानी में ट्विस्ट तब आया जब रानी के बेटे रोहित झा ने सोशल मीडिया पर अपना घर आश्रम का एक वीडियो देखा। वीडियो में उनकी मां को देख रिश्तेदार चौंक गए। फौरन संपर्क किया गया। जब फोटो और पहचान पत्रों से पुष्टि हो गई तो पूरा परिवार भरतपुर पहुंचा